गाजा सिटी। इसराइल ने मंगलवार को गाजा में चरमपंथियों पर कई हवाई हमले किए और 6 मंजिला इमारत को गिरा दिया, वहीं चरमपंथियों ने इसराइल में बड़ी संख्या में रॉकेट दागे। दोनों के बीच संघर्ष को 1 सप्ताह से अधिक हो गया है और जंग रुकने के कोई संकेत नहीं दिख रहे। इस बीच क्षेत्र में फिलीस्तीनियों ने हड़ताल की।
गाजा सिटी तड़के हवाई हमलों से दहल गई। इस हमले में एक इमारत को गिरा दिया गया जिसमें इस्लामिक यूनिवर्सिटी से संबंधित पुस्तकालय और शिक्षण केंद्र हैं। इमारत के गिरने के बाद ऊपर से देखने पर वहां कांक्रीट के स्लैब और पत्थरों के मलबे का पहाड़ जैसा ढेर लग गया था। लोगों को मलबे में से सामान खोजते हुए देखा गया। रात में हुए हमलों में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है।
इसराइल और गाजा के हमास चरमपंथियों के बीच तब भारी संघर्ष शुरू हो गया, जब हमास ने 10 मई को फिलीस्तीनी प्रदर्शनों के समर्थन में यरुशलम पर रॉकेट दागे। अल-अक्सा मस्जिद परिसर में सुरक्षा बलों की सख्ती तथा यहूदियों द्वारा दर्जनों फिलीस्तीनी परिवारों को वहां से निकाले जाने की कोशिशों के खिलाफ ये प्रदर्शन किए जा रहे थे।
उधर इसराइल में रविवार शाम यहूदियों के शाहूत पर्व की शुरुआत से पहले बजे सायरनों ने अनेक परिवारों को एक बार फिर छिपने के लिए मजबूर कर दिया, जो फिलीस्तीनी चरमपंथियों की ओर से दागे गए रॉकेट आदि के संकेत के रूप में पिछले कुछ दिनों से सायरन की आवाज सुनकर दहल जाते हैं।
ऐसा ही एक परिवार है चेर फराग का, जो गाजा में हमास चरमपंथियों और इसराइली सेना के बीच पिछले सप्ताह शुरू हुए संघर्ष के बाद से दर्जनों बार खुद को सुरक्षित बचाने के लिए अपने परिवार के साथ आसरे की तलाश में मशक्कत कर चुकी हैं। फराग और उनका परिवार हर समय डरा रहता है। वे कहती हैं कि मुश्किल से नींद आती है, क्योंकि हमें लगता है कि गाजा फिर से हमला नहीं कर दे। फराग का घर इसराइल की उन 146 इमारतों में से एक है, जो गाजा की ओर से दागे गए रॉकेटों का शिकार हुईं। इनमें घर, स्कूल आदि शामिल हैं। (भाषा) (सांकेतिक चित्र)