बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने हमसे ऐसा करने का अनुरोध नहीं किया था, लेकिन इजराइल ने सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं और लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठनों की इजराइल की सूची में शामिल करने के लिए सभी जरूरी नियमों का पालन किया है।
दक्षिण मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान से समुद्री मार्ग से आए 10 आतंकवादियों ने यहूदियों के केंद्र चाबाड हाउस समेत कई जगहों पर हमला कर दिया था और अंधाधुंध गोलीबारी कर 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोगों की जान ले ली थी।
बयान में कहा गया है कि लश्कर-ए-तैयबा एक घातक और निंदनीय आतंकवादी संगठन है जो सैकड़ों भारतीयों एवं अन्य लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। 26 नवंबर, 2008 को किए गए उसके जघन्य कृत्य आज भी शांति चाहने वाले सभी देशों और समाजों को पीड़ा पहुंचा रहे हैं।