ये रोबोट होटल में फ्रंट डेस्क, क्लिनर्स, पोर्टर्स और इन-रूम असिस्टेंट के तौर पर काम करते थे। इनके स्थान पर अब इनसानों को नौकरी पर रखा जा रहा है।
यह थी लोगों की समस्या: लोगों की शिकायत थी कि खर्राटे लेते ही रोबोट उन्हें जगा देते हैं। ऐसा रात में कई बार होता है। अगर रोबोट रिसेप्शन जैसी जगह बैठा हो तो वह आपके सामान्य सवालों का भी जवाब देने में नाकाम था। लोगों का कहना था कि रूम में मदद के लिए तैनात किए गए रोबोट सामान्य बातचीत और लाइट-एसी ऑपरेट करने में नाकाम रहे।