बृहस्पति के बेहद नजदीक से गुजरा नासा का जूनो

रविवार, 28 अगस्त 2016 (15:30 IST)
वॉशिंगटन। सौर ऊर्जा से चलने वाले नासा के जूनो अंतरिक्ष यान ने पहली बार बृहस्पति के सबसे निकट से उड़ान भरने में सफलता प्राप्त की। अंतरिक्ष यान ग्रहों के राजा कहे जाने वाले बृहस्पति के महज 4,200 किलोमीटर के ऊपर से गुजरा। ऐसा पहली बार हुआ है, जब मानव निर्मित कोई यान इस ग्रह के इतने निकट तक पहुंचा हो।
 
नासा ने कहा कि 27 अगस्त को पहली बार जूनो के सभी वैज्ञानिक उपकरण सक्रिय और विशाल ग्रह का अवलोकन करते हुए पाए गए, क्योंकि जूनो का जूम तकनीक काम कर रहा था। जूनो 2,08,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गैस से भरे विशाल ग्रह से महज 4,200 किलोमीटर की ऊंचाई से गुजरा। अपने प्रमुख मिशन के दौरान जूनो बृहस्पति ग्रह पर भी जाएगा।
 
अमेरिका में नासा के जेट प्रोपल्सन लैबोरेटरी में जूनो के प्रोजेक्ट मैनेजर रिक निबाक्केन ने कहा कि बृहस्पति के पास से गुजरने के बाद शुरुआती विश्लेषण में ये संकेत मिले हैं कि सब कुछ योजना के अनुरूप हुआ और जूनो पूरी दक्षता के साथ कार्य कर रहा है। जूनो का मिशन फरवरी 2018 में समाप्त होगा और इस दौरान बृहस्पति के निकट से इसके 35 और बार गुजरने की योजना है।
 
सान अंटोनियो के दक्षिण-पश्चिम अनुसंधान संस्थान में जूनो के प्रमुख अनुसंधानकर्ता स्कार्ट बाल्टन ने कहा कि उन लोगों को कुछ जटिल शुरुआती आंकड़े प्राप्त हुए हैं और बृहस्पति के निकट से अंतरिक्ष यान के गुजरने के बाद जो आंकड़े प्राप्त हुए हैं, उन्हें डाउन लिंक करने में कुछ दिन लगेंगे और इस बात को समझने में कुछ और दिन लगेंगे कि जूनो और बृहस्पति हमसे क्या कहने का प्रयास कर रहे हैं। 
 
इस अंतरिक्ष यान को 5 अगस्त 2011 को फ्लोरिडा से प्रक्षेपित किया गया था और यह इस वर्ष 4 जुलाई को बृहस्पति के निकट पहुंचा था। (भाषा)

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