पुलिस के एक अधिकारी ने रसूल के बयान के आधार पर बताया, 'रसूल का किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। उसने पुलिस को बताया कि विदेश मंत्री की पार्टी ने पैगंबर मोहम्मद के इस्लाम के अंतिम नबी होने के तथ्य को संविधान में बदलने का प्रयास किया, इसलिए उसने चेहरे पर स्याही फेंका। इससे उसकी और लाखों पाकिस्तानियों की भावनाएं आहत हुई हैं।'