किम ने इसका जिम्मा 9 लोगों को सौंपा, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। लेफ्टिनेंट जनरल ह्योंग जू सोंग पर जवानों को तय सीमा से ज्यादा खाना और ईंधन बांटने के आरोप लगे थे। पिछले दिनों उन्हें अधिकारों का गलत इस्तेमाल करने और देशद्रोह का दोषी ठहराया गया था। इससे पहले भी किम बैठक में झपकी लेने पर अपने रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग को मरवा चुका है।
'द सन' अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य अधिकारी ह्योंग को राजधानी प्योंगयोंग स्थित मिलिट्री एकेडमी में सजा-ए-मौत दी गई। ह्योंग ने 10 अप्रैल को एक सैटेलाइट लॉन्चिंग स्टेशन का निरीक्षण किया था जहां जवानों ने उनसे कहा था कि अब परमाणु हथियार और रॉकेट बनाने के लिए हम और भूखे नहीं रह सकते हैं।