तिवारी ने अटलांटिक काउंसिल के साउथ एशिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'भारत एवं पाकिस्तान के संबंधों में 26\11 (मुंबई हमलों) के बाद तनावपूर्ण मोड़ आया था। वर्ष 2008 के बाद भले ही संप्रग सरकार हो या इसके बाद भाजपा के नेतृत्व में राजग सरकार हो, पाकिस्तान के साथ रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं।'
तिवारी ने कहा, 'पठानकोट एयरबेस पर हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से संयुक्त जांच दल, जिसमें कई एजेंसियों के लोग शामिल थे, को आमंत्रित किया ताकि वे उन सबूतों के देख सकें जो इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि यह सीमा पार से प्रायोजित हमला था।'
पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता मुशाहिद हुसैन ने टिप्पणी की थी कि मोदी की दक्षिणपंथी नीतियों के कारण भारत एवं पाकिस्तान के बीच संबंध आज इतने तनावपूर्ण हैं जिसके जवाब में तिवारी ने कहा, 'मोदी या सरकार के तौर पर उनके दक्षिणपंथी रुख को दोषी ठहराना बहुत आसान है, लेकिन असलियत यह है कि भारत एवं पाकिस्तान के संबंध 26/11 हमले के बाद ही तनावपूर्ण हो गए थे।' (भाषा)