अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी, लोगों को सेना के खिलाफ खड़ा नहीं करना चाहती, बल्कि यह पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की मंशा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पूर्वी पाकिस्तान में जो हुआ, जो बंगलादेश बनने के लिए टूट गया, 'जानबूझकर दोहराया जा रहा है'। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तानी फौज चुनावों से डरी हुई है।
उन्होंने कहा कि 'आज मुझे डर है कि पाकिस्तान बर्बादी की राह पर है।और मुझे डर है कि अगर आज ज्ञान का प्रयोग नहीं किया गया, तो हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच सकते हैं, जहां हम टुकड़ों को भी नहीं उठा पाएंगे।