प्लूटो के वायुमंडल का सतही दबाव धरती के मुकाबले 1,00,000 गुना कम है जिस कारण से अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि यह सतही दबाव इतना कम है कि ठोस मीथेन के छोटे - छोटे कण संगठित नहीं हो सकते और हवा के माध्यम से इधर से उधर नहीं जा सकते।
ब्रिटेन की यूनवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ , जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोन और अमेरिका की ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इन टीलों और ग्रह की सतह से टकराने वाली आस - पास की वायु का स्थानिक विश्लेषण किया।