भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि गालमोबाइल एक स्वतंत्र, समन्वित जल शुद्धिकरण वाहन है जिसे उच्च गुणवत्ता वाले पेयजल का उत्पादन करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह बाढ़, भूकंप, कठिन क्षेत्र में सैन्य इस्तेमाल और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल प्रदान करने में उपयोगी हो सकता है।
इसमें कहा गया है कि यह प्रतिदिन 20 हजार लीटर तक समुद्र के पानी का शुद्धिकरण कर सकता है और प्रतिदिन 80 हजार लीटर खारे, गंदले या दूषित नदी जल की सफाई कर सकता है और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों पर ला सकता है। मोदी और नेतन्याहू ने प्रस्तुति को देखा और शुद्ध जल को चखा और अनोखे वाहन पर सवार हुए। मोदी और नेतन्याहू ने कल वार्ता की थी और 'पानी और कृषि के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी' स्थापित करने पर सहमति जताई थी।
वार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया था कि यह भागीदारी जल संरक्षण, अपशिष्ट जल शोधन और कृषि के लिये इसके फिर से इस्तेमाल, अलवणीकरण, जल इस्तेमाल सुधार और गंगा और अन्य नदियों की सफाई के लिए आधुनिक जल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर ध्यान केंद्रित करेगी। (भाषा)