डॉन अखबार की खबर के अनुसार, अडियाला जेल में मिलने आने वालों से बातचीत के दौरान पीएमएल-एन के पूर्व प्रमुख ने फैसलाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चुनाव परिणामों पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पीएमएल-एन के उम्मीदवारों की स्थिति बहुत अच्छी थी, लेकिन उन्हें पराजित घोषित कर दिया गया है।
जेल में शरीफ से मुलाकात के बाद कई नेताओं ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री का कहना है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पूर्ववर्ती सरकार के खराब कामकाज के बावजूद इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को जीत दिलाई गई है। वहां पहले भी पीटीआई की सरकार थी। शरीफ का कहना है कि 2013 के आम चुनावों के मुकाबले इस बार पूर्व क्रिकेटर खान की हालत खस्ता थी।
पीएमएल-एन प्रमुख शाहबाज शरीफ, खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर इकबाल जफर झागरा, मरियम के पुत्र जुनैद सफदर, महनूर सफदर, मरियम की पुत्री मेहरू निशा, पूर्व मंत्री मरियम औरंगजेब और पीएमएल-एन के मीडिया संयोजक मोहम्मद मेहदी ने जेल में शरीफ और मरियम से भेंट की। शरीफ के डॉक्टर ने भी जेल से उनसे मुलाकात की। (भाषा)