सीनेट में मंजूरी मिलने पर टंडन (50) प्रबंधन और बजट कार्यालय (ओएमबी) का नेतृत्व करने वाली पहली भारतवंशी होंगी। यह कार्यालय योजनाओं को लागू करने में राष्ट्रपति की मदद करता है। सीनेट की गृह सुरक्षा और सरकारी मामलों की समिति द्वारा मंगलवार को सुनवाई के समय टंडन के साथ उनकी मां माया और परिवार के सदस्य मौजूद थे।
सुनवाई के दौरान टंडन ने कहा कि मेरी मां के त्याग और समर्पण, उनके प्यार और सहयोग के कारण मैं यहां मौजूद हूं। मेरे पिता से तलाक के बाद मेरी मां ने अपने 2 छोटे बच्चों के साथ अपने दम पर अमेरिका में रहने का फैसला किया। उन्होंने मुश्किल विकल्प को चुना। उनके पास अमेरिका में सामाजिक सुरक्षा घेरे के साथ रहने या भारत लौटने का विकल्प था, जहां उन्हें पता था कि लौटने पर बच्चों को तलाक के लांछन का सामना करना पड़ेगा।
टंडन ने सांसदों से कहा कि उन्होंने (मां) इस देश में आस्था दिखाई और फैसला किया। मां ने यहां रहने का साहसी फैसला किया। हमें भोजन-पानी, किराया चुकाने के लिए भी मदद लेनी पड़ी। टंडन ने कहा कि मुझे याद है कि स्कूल में मैं इकलौती बच्ची थी, जो कैफेटेरिया में भोजन के लिए वाउचर का इस्तेमाल करती थी। कुछ वर्षों में मेरी मां को नौकरी मिल गई और बाद के वर्षों में वह वेतन के लिहाज से मध्यवर्गीय श्रेणी में पहुंच गई। इसके बाद उन्होंने मकान खरीदा। सुनवाई के दौरान टंडन के नाम का प्रस्ताव देने वाली सांसद अमी क्लोबुचार ने उनकी मां माया की भी सराहना की।
सीनेट की समिति के समक्ष सुनवाई के दौरान टंडन ने रिपब्लिकन सांसदों और पार्टी के नेतृत्व के प्रति आलोचनात्मक ट्वीट को हटाने के लिए खेद जताया। सांसद रॉब पोर्टमैन ने कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि चुनाव के बाद नवंबर 2020 में टंडन के अकाउंट से 1,000 से ज्यादा पुराने ट्वीट हटाए गए।(भाषा)