इसके साथ ही उन्होंने गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करवा लिया है, विदित हो कि प्रभाकर पेशे से मार्शल आर्ट मास्टर हैं जिन्होंने अपनी इस योग्यता से पाकिस्तान के मोहम्मद राशिद को पीछे छोड़ दिया। इस संदर्भ में अहम बात यह है कि प्रतियोगिता के आयोजकों ने प्रतियोगियों को हाथ में ग्लव्स को पहनने की अनुमति दी थी क्योंकि लगातार अखरोट तोड़ने से किसी के भी हाथ में असहनीय दर्द हो सकता था।