इसने कहा कि पुलिस के गश्ती दल, सैन्य वाहन और निजी प्रतिष्ठान आईएस से जुड़े आतंकवादियों की हिटलिस्ट में बताए जाते हैं। खुफिया आधार पर दिए गए ये निर्देश संघीय सरकार के इन दावों का खंडन करते प्रतीत होते हैं कि आईएसआईएस की पाकिस्तान में कोई मौजूदगी नहीं है। पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला ने हालांकि खतरे के अलर्ट को एक सामान्य मामला बताया।
अखबार ने सनाउल्ला के हवाले से कहा कि पाकिस्तान, खासकर पंजाब में दायेश (आईएसआईएस) की कोई मौजूदगी नहीं है। प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित कुछ शरारती तत्व हैं और सरकार इन अपराधियों के खात्मे का प्रयास कर रही है। (भाषा)