संघीय राजस्व मंत्री हम्माद अजहर ने 11 जून को बजट पेश किया था, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि रक्षा क्षेत्र के लिए बजटीय आवंटन पिछले साल के समान ही किया गया है। हालांकि बजट दस्तावेज यह दर्शाता है कि सरकार ने इसमें 4.5 फीसदी का मामूली इजाफा किया है।
उल्लेखनीय है कि बदहाली से परेशान इमरान खान सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिशों में लगी है। इसके लिए वह वैश्विक संस्थाओं से कर्ज ले रही है, हालांकि इसके लिए इमरान खान सरकार की घरेलू मोर्चे पर आलोचना भी हो रही है।
इस संबंध में पाकिस्तान के विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने अर्थव्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर पिछले दिनों प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर हमला बोला और कहा, हम भारत के साथ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते थे। शरीफ ने नेशनल असेंबली में एक हफ्ते के हंगामे के बाद बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि खराब नीतियों के कारण अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश कुछ क्षेत्रों में पाकिस्तान से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, अफगानी मुद्रा पाकिस्तानी मुद्रा से अधिक मजबूत है। बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय हमसे ज्यादा है। शहबाज शरीफ ने कहा कि 15-20 साल पहले पाकिस्तान भारत के साथ 'स्वस्थ प्रतिस्पर्धा' कर था, क्योंकि वह कपड़ा क्षेत्र में अपने पड़ोसी देश से आगे था।
इमरान खान सरकार ने 11 जून को बजट पेश किया था, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकी, क्योंकि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता के संबोधन में व्यवधान डाला।