खान ने कहा है कि भारत का यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और उन्हें भारत द्वारा एक विशेष धर्म के लोगों के उत्पीड़न की आशंका है। बीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार भारत के फैसले के एक दिन बाद कश्मीर का क्षेत्र बंद रहा। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वे सोमवार को भारतीय सरकार के लिए गए फैसले के बारे में पूरी दुनिया को बताना चाहते हैं।
खान ने कहा कि उन्हें लगता है कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेने से भारत को इस मुस्लिम बहुल राज्य का जनसांख्यिकीय परिवर्तन करने की छूट मिल जाएगी तथा मैं डरा हुआ हूं कि भारत अब कश्मीर में जातीय संघर्ष शुरू करेगा। वे कश्मीर में स्थानीय लोगों को हटाकर अन्य लोगों को लाएंगे और उन्हें बहुसंख्यक बनाएंगे ताकि स्थानीय लोग केवल गुलाम बनकर रह जाएं। वहीं दूसरी ओर पड़ोसी देश चीन ने भी भारत के इस कदम को 'अस्वीकार्य' बताते हुए इसका विरोध किया है।