संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में यहां पहुंचे कुरैशी ने 'अल जजीरा न्यूज नेटवर्क' से यह बात कही है। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के संबंधों की चर्चा करते हुए अपने प्रधानमंत्री इमरान खान के 26 जुलाई को दिए गए पहले भाषण का जिक्र किया जिसमें खान ने कहा था कि आप अगर एक कदम आगे बढ़ाते हैं, तो हम दो कदम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने नई सरकार की ओर से भारत के साथ सार्थक एवं शांतिपूर्ण बातचीत के लिए आग्रह का भी जिक्र किया।
अल जजीरा नेटवर्क ने कुरैशी के हवाले से कहा कि हमने जो कदम उठाया, हम समझते हैं कि वह विवेकपूर्ण था कि दो परमाणु देशों के साथ संबंध कैसे ठीक किए जाएं? युद्ध कोई विकल्प नहीं है। सैन्य कार्रवाई भी समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत की एकमात्र रास्ता है। (वार्ता)