अमेरिका में शशि थरूर ने बताया, सैन्य ऑपरेशन का नाम क्यों रखा सिंदूर?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

गुरुवार, 5 जून 2025 (10:29 IST)
Shashi Tharoor on Operation Sindoor : पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका गए शशि थरूर ने एक सवाल के जवाब में बताया कि भारत ने सैन्य ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों रखा?  उन्होंने इसकी अहमियत भी समझाई। ALSO READ: भाषा पर कनिमोझी के जवाब ने जीता सबका दिल, तालियों से गूंज उठा स्पेन का हॉल
 
अमेरिका में नेशनल प्रेस क्लब में जब थरूर से सवाल किया गया कि भारत ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए ऑपरेशन सिंदूर नाम क्यों चुना? तो उन्होंने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर वास्तव में मुझे लगा कि यह चुना गया एक शानदार नाम है। सिंदूर, एक प्रतीक है, जो हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं के माथे पर लगाया जाता है। यह व्यापक रूप से प्रचलित है। कुछ गैर-हिंदू भी इसे करते हैं, लेकिन अधिक सजावटी उद्देश्यों के लिए, लेकिन गंभीरता से कहा जाए तो सिंदूर विवाह समारोह के समय लगाया जाता है। उसके बाद हर दिन विवाहित महिलाएं इसे लगाती हैं।
 
उन्होंने कहा कि हम इन क्रूर आतंकवादियों के बारे में बहुत सचेत थे, जिन्होंने, पुरुषों को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने गोली मार दी, लेकिन महिलाओं को छोड़ दिया। जब एक पत्नी ने कहा कि मुझे भी मार दो, तो उसे कहा गया कि नहीं, तुम वापस जाओ और उन्हें बताओ कि हमने क्या किया है। 
 
कांग्रेस सांसद ने कहा कि उस सिंदूर को वास्तव में 26 भारतीय महिलाओं के माथे से मिटा दिया गया था। मैं 26 हिंदू महिलाएं कहने वाला था, लेकिन उनमें से एक वास्तव में ईसाई थी, लेकिन बाकी सभी के माथे से सिंदूर इन आतंकवादी करतूतों के जरिए मिटा दिया गया। इसलिए हम सबसे पहले सिंदूर मिटाने की उस घटना का बदला लेना चाहते थे।
 
उन्होंने कहा कि यह कोई संयोग नहीं है कि सिंदूर का रंग चमकीला सिंदूरी लाल है, जो खून के रंग से बहुत अलग नहीं है। कई मायनों में एक हिंदी मुहावरा है कि 'खून का बदला खून'; यहां यह 'सिंदूर का बदला खून' होगा, यानी सिंदूर के साथ जो कुछ भी किया गया, उसके जवाब में खून। 
edited by : Nrapendra Gupta 

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