अमेरिकी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक वेसली और सीनी मैथ्यूज नाम के इस दंपति ने बाल सुरक्षा सेवा (सीपीएस) की आखिरी सुनवाई होने के कार्यक्रम से पहले शुक्रवार को अपनी जैविक बच्ची पर अपना अधिकार छोड़ने से जुड़े कागजात पर हस्ताक्षर किए। सीपीएस अधिकारियों ने शेरीन के लापता होने के 2 दिन बाद 9 अक्टूबर को बच्ची को उसके घर से निकाला था।
शेरीन के लापता होने के 2 हफ्ते बाद उसका सड़ा-गला शव उसके घर के पास एक नाले में मिला था। वेसली पर शेरीन की मौत के मामले में हत्या का आरोप है, वहीं सीनी को अपने पति की सहमति पर बच्ची को जोखिम में डालने का आरोप है। दोषी साबित होने पर उन्हें मौत की सजा का सामना करना पड़ सकता है। (भाषा)