वार्ता के बाद उसने एक बयान में कहा, 'बैठक के अंत में कोई समझौता नहीं हो पाया, मैत्रीपूर्ण तरीक से और संधि के प्रावधानों के अनुरूप विवाद खत्म करने के लिए विश्व बैंक दोनों देशों के साथ काम करना जारी रखेगा।' बयान में कहा, 'पाकिस्तानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने किशनगंगा जलविद्युत परियोजना के उद्घाटन को लेकर अपनी चिंताएं भी बैंक के साथ साझा कीं।'