मोनाश यूनिवर्सिटी के एंड्रयू टोमकिन्स ने कहा कि आधुनिक दूरदर्शी का इस्तेमाल करते हुए हमने पाया कि अधिकतर माइक्रोमीटियोराइट्स एक समय धात्विक लौह के तत्व थे, जो ऊपरी वातावरण में आयरन ऑक्साइड खनिज में तब्दील हो गए जिससे अपेक्षा से अधिक ऑक्सीजन होने का संकेत मिला।