ज्यूरिख। स्विट्जरलैंड ने 1950 के दशक के मध्य से अपने यहां निष्क्रिय पड़े कई बैंक खातों को पहली बार सार्वजनिक किया है। इनमें 2,600 खातें तथा 80 लॉकर हैं और इस सूची में कम-से-कम चार भारतीयों के नाम जुड़े हैं।
इन भारतीयों के नाम पिएरे वाचेक, बहादुर चंद्र सिंह तथा, डॉ. मोहन लाल तथा किशोर लाल हैं। जहां वाचेक ने निवास स्थान ‘बंबई’ (अब मुंबई) बताया है वहीं सिंह ने देहरादून तथा मोहन लाल ने निवास में पेरिस का नाम दिया है। वाचेक की जन्म तिथि का भी खुलासा किया गया है।
सूची में सर्वाधिक लोग स्विट्जरलैंड के ही हैं। इसके अलावा इसमें जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका, तुर्की, आस्ट्रिया तथा विभिन्न अन्य देश शामिल हैं।
यह सूची स्विट्जरलैंड में एक नया कानून बनने के बाद आई है, जिसमें बहुत पुराने निष्क्रिय खातों के मालिकों के नाम सालाना आधार पर प्रकाशित करने को अनिवार्य किया गया है। यह व्यवस्था 2015 से ही शुरू की गई है। (भाषा)