How Hindus have become soft targets in Bangladesh : बांग्लादेश (Bangladesh) की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) के इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद तो देश में हालात काबू से बाहर हो गए हैं। देश में पहले से ही विरोध प्रदर्शन और दंगे चल रहे थे, पर शेख हसीना के इस्तीफे के बाद दंगाई बेकाबू हो गए हैं। दंगाइयों के निशाने पर हिन्दू अल्पसंख्यक आ गए हैं। बांग्लादेश में कट्टरपंथी दंगाई हिन्दू मंदिरों में भी लूटपाट कर रहे हैं और साथ ही तोड़फोड़ भी।
इतना ही नहीं, कुछ मंदिरों में तो ये दंगाई आग भी लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि जब सत्ता पर कट्टर इस्लामिक समूह काबिज हो जाएंगे तो हालात और खराब हो सकते हैं।
संपत्तियों पर कब्जा : मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कई जगहों पर हिन्दुओं के साथ मारपीट हो रही हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है, हिन्दुओं के घरों में तोड़फोड़ की जा रही है, उनसे लूटपाट हो रही है, उनकी संपत्ति पर कब्ज़ा किया जा रहा है और बेहद ही क्रूर बर्ताव किया जा रहा है। हिन्दुओं की हत्या की जा रही हैं और उनके शवों को लटकाया जा रहा है। कई कट्टरपंथी तो साफ तौर पर हिन्दुओं को निशाना बनाने की बात तक कह रहे हैं।
If nothing is happening to the Hindus of Bangladesh, then who are they protecting the temples from? pic.twitter.com/fn3HKxh1aS
सोशल मीडिया पर अपील : बांग्लादेश में हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया पर अपील की जा रही है।AllEyesOnBangladeshiHindus हैशटेग भी सोशल मीडिया पर चल रहा है। इस बीच क्रूरता की डराने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर ऐसे फोटो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें मुस्लिम मंदिरों की दंगाईयों से रक्षा के लिए मंदिरों के बाहर खड़े हुए हैं। हालांकि इन तस्वीरों की पुष्टि नहीं की जा सकती है। इस बीच बांग्लादेश की सेना हिन्दू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए सामने आई है।
जारी हुए हेल्पलाइन नंबर : इस्कॉन और काली मंदिर पर हमले हुए हैं। इसके बाद हिंदुओं को जान बचाने के लिए छिपना पड़ा है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, रंगपुर से हिंदू काउंसलर काजल रॉय की उपद्रवियों ने हत्या कर दी। सेना ने हिंदू परिवारों, मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
2 हिन्दू नेताओं की हत्या : बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया तथा अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई। समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद नेता काजोल देबनाथ ने यहां समूह की एक बैठक से इतर पीटीआई-भाषा को बताया कि हमने देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बर्बरता की कुछ घटनाओं को संकलित किया है, जिससे हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय चिंतित हैं।
देबनाथ ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दो हिंदू नेताओं की उत्तर-पश्चिमी सिराजगंज और रंगपुर में हत्या कर दी गई, जो हसीना की अवामी लीग पार्टी के नेता थे। उन्होंने कहा कि परिषद अभी और जानकारी एकत्र कर रही है। देबनाथ ने कहा कि हमलावरों ने दुकानों, मंदिरों और घरों में लूटपाट की और हिंदू महिलाओं पर हमला किया।
परिषद के नेताओं के अनुसार, जिन जिलों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके घरों या व्यवसायों पर हमला किया गया, उनमें पंचगढ़, दिनाजपुर, रंगपुर, बोगुरा, सिराजगंज, शेरपुर, किशोरगंज, पश्चिम जशोर, मगुरा, नरैल, दक्षिणपश्चिम खुलना, पटुआखली, सतखीरा, मध्य नरसिंगडी, तंगैल, उत्तर पश्चिम लक्खीपुर, फेनी, चटगांव और हबीगंज शामिल हैं।
परिषद के महासचिव राणा दासगुप्ता ने एक बयान में कहा, स्थिति गंभीर है और पूरे बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा, हम सेना से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हमलावरों को तुरंत सजा दिलाने का आग्रह करते हैं।
कितनी है हिन्दू आबादी : बांग्लादेश की न्यूज वेबसाइट डेली स्टार के अनुसार 2022 में भारत के इस पड़ोसी देश की आबादी साढ़े सोलह करोड़ से कुछ ज्यादा थी। बांग्लादेश की आबादी में 7.95 फीसदी लोग हिंदू समुदाय के हैं। संख्या के हिसाब से देखें तो हिंदुओं की संख्या एक करोड़, 31 लाख (13.1 मिलियन) है। लगातार गिरावट के बाद भी हिंदू समुदाय आबादी में दूसरे नंबर पर है। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma