आतंकवादी समूहों से खतरे की जड़ पाकिस्तान

मंगलवार, 1 सितम्बर 2015 (10:48 IST)
वॉशिंगटन। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज की देश से अफगानिस्तान स्थित आतंकी गुट हक्कानी नेटवर्क का लगभग सफाया हो जाने संबंधी टिप्पणी को सिरे से खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों, खास कर हक्कानी नेटवर्क का खतरा लगातार उत्पन्न हो रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने सोमवार को कहा, ‘हम मानते हैं कि पाकिस्तान से लगातार इन आतंकी समूहों का खतरा अब भी उत्पन्न हो रहा है। हम यह देखना चाहते हैं कि पाकिस्तान इन खतरों को दूर करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए।’
 
टोनर ने कहा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसान राइस हाल ही में वहां (इस्लामाबाद) गई थीं और क्षेत्र में लगातार खतरा तथा हिंसा होने और इससे निपटने के बेहतर तरीकों के बारे में उनकी अपने समकक्षों से स्पष्ट एवं लाभकारी बातचीत हुई।’
 
प्रवक्ता से अजीज के पूर्व में दिए गए इस बयान के बारे में सवाल पूछा गया था कि उत्तरी वजीरिस्तान में हक्कानी नेटवर्क को सहयोग देने वाले बुनियादी ढांचों का सफाया कर दिया गया है।
 
जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रैंक वाल्टर स्टेनमेयर के पाकिस्तान प्रवास के दौरान उनसे मुलाकात में अजीज ने कहा था, ‘हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान में अब नहीं है और इलाके में हालिया सैन्य अभियानों के बाद उसने अफगानिस्तान का रुख कर लिया है।’
 
टोनर ने कहा, ‘जहां तक तालिबान और उसकी हिंसा की बात है तो हम चाहते हैं इन गुटों को आतंकी वारदात को अंजाम देने से रोकने की कोशिश के प्रयासों को दोगुना किया जाए।’ इससे पहले, हक्कानी नेटवर्क के बारे में पेंटागन भी ऐसा ही कह चुका है।
 
पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के समक्ष उसकी सीमाओं में आतंकवादियों की पनाहगाहों के बारे में अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। इन पनाहगाहों से अफगानिस्तान की स्थिरता, अमेरिका और अफगानिस्तान में गठबंधन बल लगातार कमजोर हो रहे हैं।’
 
उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान की सरकार से अनुरोध किया है कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों की सुरक्षा के लिए दीर्घकाल में खतरा बने सभी आतंकी समूहों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान में अफगानिस्तान के साथ सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता के प्रयासों को दोगुना करे।’
 
डेविस ने कहा कि पाकिस्तान से हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के लिए स्पष्ट खतरा पेश कर रहा है। ‘इसीलिए हम पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि खतरे को दूर किया जा सके। हमें उम्मीद है कि वे हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ आवश्यक प्रगति के लिए जो कुछ जरूरी है, वह जरूर करेंगे।’ (भाषा) 

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