विदेशी जर्नलिस्ट ने संध्या मेनन को मैसेज में बताया- काश! मेरी इतनी हिम्मत होती कि मैं अपना नाम जाहिर कर सकूं, लेकिन मैं आपको कैलाश खेर के साथ अपने #Meetoo मूवमेंट के बारे में बताना चाहती हूं। जर्नलिस्ट लिखती हैं- मैं कैलाश खेर से मस्कट में एक बुटीक में मिली थी। वहां पर मेरे कुछ और महिलाएं और एक फोटोग्राफर और मेरे बॉस मौजूद थे।
हम कैलाश खेर का इंटरव्यू लेने पहुंचे थे। बदकिस्मती से मैं कैलाश के पास ही बैठी थी। जब भी वो बात करते, तो किसी न किसी बहाने से मेरी जांघों को छूने की कोशिश करते। इतना ही नहीं, जब भी कैलाश मुझसे बात करते तो किसी न किसी बहाने से मुझे छूने की कोशिश करते।