केदारनाथ यात्रा की तैयारियों में जुटे हैं प्रशासन के कई विभाग
यात्रा मार्ग में 5 स्थानों पर होगी हेल्थ एटीएम की सुविधा
रुद्रप्रयाग। Kedarnath Dham Yatra : केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खोले जाने हैं। इस लिहाज से केदार धाम खुलने में 3 दिन ही बचे हैं। केदारनाथ धाम परिसर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत मंदिर परिसर में बैरिकेडिंग का कार्य यहां जमी बर्फ को हटाने के साथ साथ हो रहा है।
केदारनाथ धाम पैदल मार्ग में सुलभ इंटरनेशनल द्वारा बनाए गए शौचालयों में साफ-सफाई व्यवस्था के साथ-साथ शौचालयों से श्रमिकों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य करते हुए सुलभ शौचालयों को दुरुस्त किया जा रहा है।पेयजल विभाग क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को ठीक कर रहा है तो विद्युत विभाग क्षतिग्रस्त विद्युत पोल एवं ट्रांसफार्मर को ठीक करने में लगा है।
जीएमवी एन द्वारा बनाई जा रही टेंट कॉलोनी से भी बर्फ हटाने का कार्य जोरों पर है। तैयारियों की विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं व्यवस्थाओं की रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा निरंतर समीक्षा हो रही है।
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों की पहले से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं बहाल करने के लिए पैदल मार्ग से उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार केदारनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने रास्ते की सभी स्वास्थ्य यूनिट का निरीक्षण किया।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि इस बार तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्ग पर पहले से बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। इससे पूर्व स्वास्थ्य सचिव ने बद्रीनाथ धाम की भी टोह ली।स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में पड़ने वाले 10 मेडिकल रिलीफ प्वाइंट और दो पीएचसी का निरीक्षण कर तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर छौड़ी, चीरबासा, जंगल चट्टी, भीमबली, रामबाड़ा, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, छानी, रुद्रा प्वाइंट, बेस कैंप, केदारनाथ में मेडिकल रिलीफ प्वाइंट बनाए गए हैं। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह बर्फबारी के बावजूद स्वास्थ्य सचिव ने यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले प्रत्येक मेडिकल रिलीफ प्वाइंट का बारीकी से निरीक्षण कर दवाओं का स्टॉक, ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य सामान का स्टॉक जांचा।
इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने टेली मेडिसन यूनिट का भी निरीक्षण किया।स्वास्थ्य सचिव ने कहा, टेलीमेडिसन सेवा स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परिस्थिति उत्पन्न होने पर यह यात्रियों के लिए वरदान साबित होगा। इसके द्वारा किसी भी प्रकार की गंभीर स्थिति में 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह प्राप्त की जा सकती है, जिससे बीमारी का तुरंत उपचार शुरू हो सकेगा।
इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों-कर्मचारियों को पूर्ण सेवा भाव और मनोयोग से यात्रियों की स्वास्थ्य जांच व सहयोग करने की अपील की। स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य सेवाओं पर संतुष्टि जाहिर की।स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 10 मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाई गई हैं। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर दो पीएचसी सेंटर भी स्थापित हैं।
प्रत्येक मेडिकल रिलीफ पोस्ट में चिकित्सकों के साथ ही लगभग आधा दर्जन प्रशिक्षित मेडिकल स्टॉफ तैनात किया गया है। वहीं दोनों सीएचसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही एक दर्जन से अधिक प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की गई है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 5 स्थानों पर हेल्थ एटीएम की स्वीकृति दी गई थी।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुप्तकाशी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फाटा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गौरीकुंड और माधव चिकित्सालय नारायणकोटी में हेल्थ एटीएम की स्थापना की गई है। एक हेल्थ एटीएम की स्थापना केदारनाथ धाम से पहले बेस कैंप के एमआरपी में की जा रही है।
हेल्थ एटीएम में ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, लंबाई, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा आदि की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि पांचों हेल्थ एटीएम में कार्य करने वाले तकनीकी स्टाफ को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुप्तकाशी में प्रशिक्षण दिया गया है।