इस बीच उन्होंने रेलवे स्टेशन पर अपने रेज्यूमे का पॉप-अप स्टैंड लगा दिया और एक साइन बोर्ड में अपनी सीवी की डिटेल शेयर की, साथ ही अपने लिंक्डइन और सीवी का क्यूआर कोड भी शेयर किया। उनके ऐसा करने के कुछ घंटों में ही उन्हें नौकरी के ऑफर भी आ आने लगे।
हैदर के मुताबिक, मुझे एक विभाग के डायरेक्टर का मैसेज आया, इसमें लिखा था- 10:30 बजे इंटरव्यू के लिए आना है और में बाद में मुझे नौकरी भी मिल गई। हैदर का कहना है कि यह आइडिया मुझे मेरे पिता ने दिया था।