अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने के बाद अब बड़ा आरोप लगाया है। यूएनजीए में ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन यूक्रेन युद्द में फंडिंग कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि रूस से सभी ऊर्जा खरीदी बंद होनी चाहिए। ट्रंप ने अपने भाषण में फिर सीजफायर का राग अलापा। उन्होंने कहा कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता कराया था। उन्होंने कहा कि योरपीय देश रूस से तेल खरीदना बंद करें। उन्होंने कहा कि अमेरिका केवल अमेरिकियों का देश है।
दुनिया के 7 युद्धों को रुकवाया
इससे पहले भी ट्रंप कम से कम 30 बार संघर्ष विराम का क्रेडिट ले चुके हैं। भारत ने दो टूक शब्दों में कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम दोनों देशों के बीच बातचीत के बाद हुआ और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है। ट्रम्प ने कहा कि सिर्फ सात महीनों की अवधि में, मैंने सात अकल्पनीय युद्धों को समाप्त कर दिया है। इनमें कंबोडिया और थाईलैंड, कोसोवो और सर्बिया, कांगो और रवांडा, पाकिस्तान और भारत, इज़राइल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, और आर्मेनिया और अज़रबैजान शामिल हैं।
ट्रंप प्रशासन ने रूसी तेल की खरीद के लिए भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क (टैरिफ) लगाया है, जिससे अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गया कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। भारत ने अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क को 'अनुचित' बताया है। भारत ने कहा है कि किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह, वह अपने राष्ट्रीय और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा।
संयुक्त राष्ट्र की आलोचना