ताकि मौत के बाद भी राजा सेक्स कर सके...

एक प्रसिद्ध मिस्रविज्ञानी का कहना है कि दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ममी तूतनखामन को जब दफनाया गया था तब उसका लिंग 90 डिग्री के कोण पर सीधा खड़ा था। इस कारण से वह अपनी मृत्यु के बाद भी किसी देवता जैसा दिखाई देता है। 
 
पत्थरों से बने ताबूत में तूतनखामन की ममी को लेकर एक प्रसिद्ध मिस्रविज्ञानी सलीमा इकराम का कहना है कि ममी के रूप में किंग तूतनखामन मरणोतरांत जीवन का देवता ओसीरिस जैसा दिखाई देता है। 
 
काहिरा में अमेरिकन यूनिवर्सिटी की एक प्रोफेसर इकराम का कहना है कि वह अपने पिता किंग अखेनातन के प्रयासों का विरोधी था जो कि एक ही देवता का धर्म स्थापित करना चाहते थे।
 
अखेनातन चाहते थे कि सूर्य की ही पूजा हो और उन्होंने सारे अन्य देवताओं की मूर्तियों को नष्ट कर दिया था, लेकिन किंग तूतनखामन ने अपने पिता की विचारधारा से उल्टा काम किया और मिस्र को बहुदेव पूजा की परम्परा में वापस लाया। 

 
आखिर तूतनखामन का लिंग उत्तेजित अवस्था में क्यों है... पढ़ें अगले पेज पर....

प्रोफेसर इकराम मानती हैं कि उसे लिंग के उत्तेजित अवस्था में ही दफनाया गया था ताकि वह मौत के बाद भी सेक्स जीवन का आनंद ले सकेगा। उनका मानना है कि कब्र की पहचान के बाद खोज के दौरान उसका सीधा खड़ा लिंग टूट गया जबकि कुछ लोग अटकलें लगाते हैं कि इसे चुरा लिया गया है।
 
लाइवसाइंस से बात करते हुए इकराम ने कहा कि ' जहां तक मैं जानती हूं कि अब तक ऐसी कोई ममी नहीं पाई गई है जिसका लिंग सीधी खड़ी हालत में हो।' इस ममी में रहस्यपूर्ण समानता यह है कि इसमें से दिल गायब है।
 
प्रोफेसर इकराम का यह भी कहना है कि उसके दिल के गायब होने को इस कहानी के संयोग से जोड़ा जाता है कि ओरीसिस के भाई, सेथ, ने उसके शरीर को काट दिया था। इस किशोर राजा की मौत को लेकर तमाम रहस्य और अफवाहें जुड़ी हैं और कहा जाता है कि इसकी मात्र 19 वर्ष की आयु में ईसा पूर्व 1323 में मौत हो गई थी।
 
90 वर्ष से भी ज्यादा समय हो चुका है जब पुरातत्ववेत्ता हावर्ड कार्टर ने मिस्र के एक दूरस्थ शव कक्ष में इस पत्थर से बनी कब्र को उजागर किया था और तूतनखामन की ममी सामने आई थी। कहा जाता है कि इस ममी के उजागर होने के बाद से देश में बहुत सारी घटनाएं, दुर्घटनाएं हुईं जिन्हें इस 3300 वर्ष पुरानी ममी के खोले जाने से जोड़ा जाता है।  

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