ईरान की 32 वर्षीय पेंटर फारीबा ताजरोस्तामी जब कैनेडी हवाई अड्डे से बाहर निकली और उन्होंने अपने भाई को देखा तो उनके चेहरे पर मुस्कान खिल गई और आंखों में आंसू आ गए। फारीबा ने बताया कि वे अपने भाई से 9 साल बाद मिल रही हैं। संघीय न्यायाधीश के आदेश के बाद 2 दिन से यही स्थिति अमेरिका के हवाई अड्डों पर भी देखने को मिल रही है।
ईरानी छात्रा लौटी अमेरिका : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अस्थायी यात्रा प्रतिबंध संबंधी शासकीय आदेश के बाद स्वदेश भेजी गई ईरान की छात्रा एक न्यायाधीश द्वारा इस आदेश पर रोक लगाए जाने के बाद अमेरिका लौट आई है। ट्रंप ने 7 मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के अमेरिका में अस्थायी रूप से प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
'लॉस एंजिल्स टाइम्स' की एक रिपोर्ट के अनुसार सारा यरजानी उन लोगों में से एक है, जो 27 जनवरी को राष्ट्रपति के आदेश के बाद कानूनी ऊहापोह की स्थिति में फंस गए थे। जब यह आदेश लागू किया गया था, उस समय सारा ओस्लो से लॉस एंजिल्स आ रही थी। उनके पास 2 साल का वैध छात्र वीजा है।
रिपोर्ट के अनुसार 27 जनवरी को सशस्त्र सीमा शुल्क एजेंटों ने सारा को वियेना जा रहे विमान में यहां से रवाना कर दिया था, जहां उनका परिवार है। वह रविवार को लॉस एंजिल्स अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची। सारा ने अमेरिकियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। (भाषा)