यह साइबर हमला वैश्विक स्तर पर फैलने से पहले यूक्रेन और रूस में शुरू हुआ था। इसकी वजह से हजारों कम्प्यूटर खासतौर पर मल्टीनेशनल कंपनियों और बुनियादी सुविधाओं वाले प्रतिष्ठान प्रभावित हुए थे, हालांकि क्रेमलिन ने इस आरोप से इंकार किया है।
वहीं हैकिंग के एक अन्य मामले में न्यूजर्सी के अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज जेरोम सिमांडले ने दो रूसी हैकर्स व्लादिमिर द्रिंकमान (37) और दमित्री स्मिलिआनेतस को सजा सुनाई है। अदालत ने व्लादिमिर द्रिंकमान को 12 साल जबकि दमित्री स्मिलिआनेतस को 4 साल कैद की सजा सुनाई है। इन दोनों ने ही हैकिंग कर सूचनाएं चुराने का अपराध स्वीकार किया था। (भाषा)