अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने एक बयान में कहा कि इसराइल के खिलाफ परिषद का रवैय बिलकुल पक्षपातपूर्ण है, जबकि इस संगठन ने उत्तर कोरिया, ईरान और सीरिया के खिलाफ सिर्फ 3 प्रस्ताव ही पारित किए हैं।
2006 में इस परिषद की स्थापना दुनियाभर में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उसके संरक्षण के लिए की गई थी। इस परिषद में शामिल इस्लामिक सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने परिषद के 'एजेंडा आइटम-7' के तहत 5 प्रस्ताव पेश किए थे, जो इसराइल के लिए चिंताजनक हैं। (भाषा)