Dead Hand : रूस की सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन और पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव (Dmitry Medvedev) के बयान पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह भड़क गए हैं। उन्होंने 2 परमाणु पनडुब्बियों को रूस के पास उपयुक्त क्षेत्रों में तैनात करने का आदेश दिया है। दरअसल जब ट्रंप ने रूस को डेड इकॉनोमी कहा तो मेदवेदेव ने भी उन्हें डेड हैंड की याद दिला दी। बताया जाता है कि इसका कमांड पोस्ट उत्तरी यूराल में कोस्विंस्की कामेन पर्वत के नीचे एक बंकर में है।
मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर लिखा था- 'ट्रम्प को डेड हैंड की खतरनाक ताकत याद रखनी चाहिए, भले ही यह अब मौजूद नहीं है। अगर रूस के पूर्व राष्ट्रपति के कुछ शब्दों से अमेरिका के शक्तिशाली राष्ट्रपति इतना घबरा जाते हैं तो रूस का रास्ता बिल्कुल सही है। हम अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।'
Based on the highly provocative statements of the Former President of Russia, Dmitry Medvedev, who is now the Deputy Chairman of the Security Council of the Russian Federation, I have ordered two Nuclear Submarines to be positioned in the appropriate regions, just in case these…
— Trump Truth Social Posts On X (@TrumpTruthOnX) August 1, 2025
क्या था डेड हैंड : सोवियत संघ ने 1980 के दशक में एक ऑटोमैटिक परमाणु रिटैलिएशन सिस्टम बनाया था। इसे डेड हैंड नाम दिया गया। इसे 'पेरिमीटर' सिस्टम भी कहते हैं। इसमें पूर्ण हमले की स्थिति में बिना किसी मानवीय भागीदारी के अपने आप ही पर्याप्त जवाबी हमले का निर्णय लेने की क्षमता थी। डेड हैंड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उसका नेतृत्व किसी आश्चर्यजनक हमले में नष्ट होने पर भी परमाणु जवाबी कार्रवाई में सक्षम है। कहा जाता है कि यह सिस्टम अभी भी एक्टिव स्टैंडबाई मोड पर है। हालांकि कई लोगों का यह भी मानना है कि यह सैमी ऑटोमैटिक मिसाइल है।
कैसे काम करता है यह सिस्टम : परमाणु युद्ध की सक्रियता और संभावित खतरे का पता चलने पर, यह सिस्टम एक विशेष 15B99 वारहेड के साथ एक 15P011 कमांड मिसाइल भेजती है। यह उड़ान में उपयुक्त रिसीवरों के माध्यम से RVSN के सभी साइलो और सभी कमांड केंद्रों को खोलने का आदेश देती है। यह कमांड मिसाइल प्रणाली अमेरिकी आपातकालीन रॉकेट संचार प्रणाली के समान है।
ट्रंप को क्यों आया मेदवेदेव की बात पर गुस्सा : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ पर पोस्ट कर कहा- रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के बेहद भड़काऊ बयानों के आधार पर मैंने दो परमाणु पनडुब्बियों को उपयुक्त क्षेत्रों में तैनात करने का आदेश दिया है, ताकि ये मूर्खतापूर्ण और भड़काऊ बयानबाजी ज्यादा न हो। ट्रंप ने लिखा- शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और अक्सर अनपेक्षित परिणाम दे सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि अब ऐसा नहीं होगा। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद।
ट्रंप के एक्शन से बढ़ी टेंशन : ट्रंप का यह कदम पूरी दुनिया की चिंता बढ़ाने वाला है। क्योंकि यदि ट्रंप परमाणु पनडुब्बियां तैनात करते हैं तो हालात और खराब हो सकते हैं। अमेरिका और रूस के बीच की दूरियां और बढ़ सकती हैं।