रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine crisis) पर सिर्फ आलोचना के अलावा संयुक्त राष्ट्र की कोई बड़ी भूमिका अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जो दुनिया में सुरक्षा से जुड़े मसलों पर अहम निर्णय लेती है, लेकिन इस समय दुनिया का ऐसा देश कठघरे में है, जो खुद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का स्थायी सदस्य है।
5 स्थायी सदस्य : संयुक्त सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य है। इनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन हैं। इसके साथ ही हर दो साल के लिए 10 अस्थायी मेंबर्स को भी चुना जाता है। किसी मुद्दे पर फैसला लेने के लिए पांचों स्थायी सदस्यों की सहमति आवश्यक होती है। यदि कोई एक सदस्य भी किसी मसले पर विरोध करता है तो फैसला नहीं हो पाता।
10 अस्थायी सदस्य : स्थायी सदस्यों के साथ ही भारत, ब्राजील, अल्बानिया, गैबॉन, घाना, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको, नॉर्वे, UAE अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य हैं। अस्थायी सदस्यों को वीटो पॉवर प्राप्त नहीं होता। हालांकि भारत, जापान और ब्राजील जैसे कई देश भी सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता की लंबे अरसे से मांग करते आ रहे हैं।