Thailand Prime Minister Shinawatra suspended: थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने कंबोडिया के एक पूर्व नेता के साथ फोन कॉल के लीक होने के मामले में जांच लंबित रहने तक प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न शिनावात्रा को पद से निलंबित कर दिया है। न्यायाधीशों ने नैतिकता के उल्लंघन के आरोप वाली याचिका पर सर्वसम्मति से विचार किया और उन्हें पद से निलंबित करने के पक्ष में 2 के मुकाबले 7 मतों से मतदान किया। अदालत ने पेटोंगटार्न को अपने बचाव में सबूत पेश करने के लिए 15 दिन का समय दिया। शिनवात्रा साल 2024 में थाईलैंड के इतिहास में सबसे कम उम्र (38 साल) की प्रधानमंत्री बनी थीं। साथ ही वे इस पद पर पहुंचने दूसरी महिला हैं।
पेटोंगटार्न को कंबोडिया के साथ हालिया सीमा विवाद से निपटने के लिए बढ़ते असंतोष का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें 28 मई को एक सशस्त्र टकराव शामिल है, जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया था। सीमा विवाद पर कूटनीतिक पहल के दौरान लीक हुए इस फोन कॉल के कारण उनके खिलाफ कई शिकायतें और सार्वजनिक विरोध सामने आए।
अगले फैसले तक निलंबन रहेगा जारी : शिनावात्रा को एक जुलाई से प्रधानमंत्री पद से निलंबित कर दिया गया है। जब तक कि संवैधानिक न्यायालय अपना फैसला नहीं सुना देता, तब तक उनका निलंबन जारी रहेगा। फैसले के आधार पर यह तय होगा कि वे आगे पद पर बनी रहेंगी या फिर उन्हें हटा दिया जाएगा। दरअसल, कंजर्वेटिव सीनेटर्स के एक ग्रुप ने पीएम पैतोंगतार्न शिनावात्रा पर पर कंबोडिया के साथ जारी सीमा विवाद के बीच ही पद की नैतिकता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है।
देश की रक्षा के अलावा मेरा और कोई इरादा नहीं : सीमा विवाद के समाधान के लिए कूटनीतिक पहल के दौरान कंबोडियाई सीनेट (संसद का उच्च सदन) के अध्यक्ष हुन सेन के साथ फोन पर हुई बातचीत के लीक होने के बाद पेटोंगटार्न को न सिर्फ लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उनके खिलाफ कई शिकायतें भी दर्ज कराई गई हैं। अदालत के आदेश के बाद पेटोंगटार्न ने कहा कि वह इसे स्वीकार करते हुए अपने बचाव के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगी, क्योंकि देश की रक्षा और शांति बनाए रखने के अलावा उनका कोई अन्य इरादा नहीं था।
कौन होगा कार्यवाहक प्रधानमंत्री : उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ यही सोचा कि मुसीबत से बचने के लिए क्या करना चाहिए, सशस्त्र टकराव से बचने के लिए क्या करना चाहिए, सैनिकों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। अगर मैंने उस नेता से कुछ ऐसा कहा होता, जिसके नकारात्मक परिणाम हो सकते थे, तो मैं उसे कभी स्वीकार नहीं करती। पेटोंगटार्न ने अपने समर्थकों का आभार जताया और फोन कॉल लीक मामले से नाराज लोगों से माफी मांगी। उपप्रधानमंत्री सूर्या जुंगरुंगरुंगकिट के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनने की संभावना है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।