पीएलए की स्थापना 1 अगस्त 1927 को तब की गई थी, जब माओ त्से तुंग के नेतृत्व में सत्तारूढ़ सीपीसी ने उनके राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन को आगे बढ़ाया था। यह उन दुर्लभ राष्ट्रीय सेनाओं में से एक है, जो चीनी सरकार की बजाय अब भी सीपीसी के नेतृत्व में काम करती है। इस परेड में करीब 12,000 जवानों ने हिस्सा लिया और 129 विमान तथा 571 उपकरणों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया।
डोंगफेंग मिसाइलें (जिनमें छोटे, बड़े और मध्यम रेंज के रॉकेट शामिल हैं) और लाइट टैंक तथा ड्रोन सहित विभिन्न तरह के हथियारों का इस दौरान प्रदर्शन किया गया। सैनिकों ने हेलीकॉप्टर से युद्ध के समय तीव्रता से उतरने और युद्ध के लिए तैयार होने की भूमिका का प्रदर्शन किया।
यह परेड ऐसे समय में आयोजित की गई, जब सिक्किम क्षेत्र के डोकलाम में भारत और चीनी सैनिकों के बीच 1 माह से गतिरोध चल रहा है। चीन डोकालाम के अलावा उत्तर कोरिया की स्थिति और अमेरिका द्वारा दक्षिण कोरिया में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) मिसाइल की तैनाती करने को लेकर भी चिंतित है। (भाषा)