ऑस्ट्रेलियाई ड्र्ग माफिया ने भारत में फैलाया नशीला जाल...

सोमवार, 26 मार्च 2012 (12:29 IST)
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ऑस्ट्रेलिया के सर्वाधिक वांछित मादक पदार्थ माफिया में से एक हाकन अयिक पर संदेह है कि उसने भारत में एक ‘आधुनिक’ मादक पदार्थ प्रयोगशाला स्थापित की है।

‘द एज’ समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के मादक पदार्थ तस्करों द्वारा दक्षिण एशिया में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने का यह दूसरा उदाहरण है, जहां उत्तेजक दवाओं के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले रसायनों को बड़ी मात्रा में आसानी से हासिल किया जा सकता है, जिनसे अंतत: अपराध को बढ़ावा मिलता है।

वैश्विक स्तर पर कई टन उत्तेजक दवाओं का निर्यात करने में सक्षम इस प्रयोगशाला की वर्ष 2010 में अमेरिका के मादक पदार्थ प्रवर्तन प्रशासन, ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय अधिकारियों ने जांच की थी।

उन्हें इस बात का संदेह है कि इसका डिजाइन मादक पदार्थ के औद्योगिक स्तर पर अवैध उत्पादन के लिये तैयार किया गया है।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कानून व्यवस्था बनाये रखने वाले अधिकारियों का मानना है कि मेलबोर्न के संगठित अपराध के सबसे कुख्यात सरगनाओं में से एक ने नशीले पदार्थ के आयात या मनी लांड्रिंग (काले धन को सफेद करना) की योजना के तहत अपना संपर्क पाकिस्तान में विकसित कर लिया है जिसमें सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। इस माफिया सरगना का ब्लैक उहलान्स मोटर साइकिल गिरोह से ताल्लुक है।

विक्टोरिया पुलिस के कार्यकारी सहायक आयुक्त डोउग फ्रेयर ने इससे पहले चेतावनी दी थी कि ऑस्ट्रेलिया के गिरोह स्पेन, थाइलैंड और इंडोनेशिया समेत विदेशों में आक्रामक तरीके से अपना विस्तार कर रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की मादक पदार्थ प्रवर्तन एजेंसी और भारतीय अधिकारियों ने खुफिया सूचना इकट्ठा की है जिसमें कहा गया है कि अयिक ने वर्ष 2010 में भारत की यात्रा की थी। भारत में उसने प्रति सप्ताह आधा टन उत्तेजक पदार्थ बनाने वाली औद्योगिक दवा फैक्ट्री खरीदने का प्रयास किया था।

उन्हें यह भी संदेह है कि भारतीय आपूर्तिकर्ता ने उन्हें बड़ी मात्रा में जरूरी रसायन मुहैया कराये थे जिससे करोड़ो डालर का उत्तेजक मादक पदार्थ बनाया जा सकता है।

अपने भारतीय उपक्रम को शुरू करते समय अयिक ने कोरिया की इंटरनेट डेटिंग वेबसाइट पर संदेश भेजा था, जिसमें उसने बताया कि वह हांगकांग से ‘एक बिजनेस यात्रा’ पर वह भारत गया था।

अमेरिकी एजेंसी के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि 33 वर्षीय अयिक भारत में बड़े पैमाने पर मादक पदाथरें के निर्माण और तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय अपराधियों के साथ गठबंधन कर रहा था।

भारतीय पुलिस और अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि अयिक की योजना मादक पदार्थों को नावों के जरिये पूरे एशिया और ऑस्ट्रेलिया ले जाने की थी जहां उसे विभिन्न गुट वितरित करेंगे।

ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने जुलाई 2010 में 220 किलोग्राम हेरोइन आयात किये जाने के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है जबकि न्यू साउथ वेल्स की पुलिस ने उसे सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल किया है। (भाषा)

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