इजराइली हमलों में 3 ईरानी कमांडर्स की मौत, हुती विद्रोहियों ने दी हमले की धमकी, अमेरिका ने रवाना किए B-2 बॉम्बर्स
शनिवार, 21 जून 2025 (23:46 IST)
इजराइल की सेना ने शनिवार को कहा कि उसने बीती रात ईरान की परमाणु अनुसंधान सुविधा पर हमला किया और निशाना बनाकर किए गए हमलों में 3 वरिष्ठ ईरानी कमांडरों की मौत हो गई। उसने इस बात पर भी जोर दिया कि वह इस संभावना को मानकर तैयारी कर रहा है कि युद्ध एक लंबे अभियान में बदल सकता है। दोनों देशों के बीच युद्ध दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया है। मीडिया खबरों के मुताबिक इजराइल ने करीब 50 बम दागे।
ईरान ने इजराइल को 'अधिक विनाशकारी' प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है। ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इस बीच ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि हम किसी हालत में परमाणु गतिविधि नहीं रोकेंगे। शनिवार सुबह इस्फहान में एक पर्वत के निकट इलाके से धुआं उठता दिखाई दिया, जहां एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि इजराइल ने दो बार परमाणु अनुसंधान सुविधा पर हमला किया। इजराइली सेना के एक अधिकारी के अनुसार निशाने पर दो सेंट्रिप्यूज उत्पादन स्थल थे।
ईरान ने भी दागे ड्रोन और मिसाइल
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को तहस-नहस करने के इजराइल के लक्ष्य के तहत 24 घंटे में इस्फहान में हुआ यह दूसरा हमला था। इस्फहान प्रांत के सुरक्षा मामलों के डिप्टी गवर्नर अकबर सालेही ने पुष्टि की कि इजराइली हमलों में सुविधा को नुकसान पहुंचा है, लेकिन कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ। ईरान ने एक बार फिर इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल दागे, लेकिन तत्काल कोई महत्वपूर्ण नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। इजराइल की डेविड एडोम बचाव सेवा ने शनिवार को कहा कि उत्तरी इजराइल में दो मंजिला इमारत पर एक ईरानी ड्रोन गिरा, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के बीच यह खबर सामने आई है कि अमेरिका ने अपने B-2 बमवर्षक विमानों को गुआम द्वीप की ओर रवाना कर दिया है। अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से इसकी पुष्टि की है। अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ये तैनाती मिडिल ईस्ट में जारी तनाव के संबंध में ही की जा रही है। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप लंबे वक्त से इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि अमेरिका को ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष में हिस्सा लेना चाहिए या नहीं।
हुती विद्रोहियों ने दी हमले की धमकी
ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने धमकी दी है कि अगर ट्रंप प्रशासन ईरान के खिलाफ इजराइल के सैन्य अभियान में शामिल हुआ तो वे लाल सागर में अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों पर हमले फिर से शुरू कर देंगे। शनिवार को यह धमकी हुती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी द्वारा पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो बयान में आई।
सारी ने कहा कि यदि ईरान के खिलाफ इजराइल के हमले में अमेरिका शामिल होता है तो सशस्त्र बल (हुती विद्रोही) लाल सागर में अमेरिकी जहाजों और युद्धपोतों को निशाना बनाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध में सक्रिय अमेरिकी सैन्य भागीदारी पर विचार कर रहे हैं।
बेनतीजा रही बातचीत
इजराइली सेना के मुख्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा कि चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर ने सेना को ईरान के परमाणु स्थलों, संवर्धन सुविधाओं और मिसाइल बुनियादी ढांचे सहित अपने लक्ष्यों को नष्ट करने के मद्देनजर लंबे अभियान के लिए तैयार रहने को कहा है। इस बीच, दोनों देशों के दरमियान तनाव कम करने के उद्देश्य से स्विट्जरलैंड के जेनेवा में घंटों चली कूटनीतिक वार्ता बेनतीजा रही। यूरोपीय अधिकारियों ने भविष्य में वार्ता की आशा व्यक्त की जबकि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि वह आगे भी वार्ता के लिए तैयार हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजराइल की ओर से लगातार हमले किए जाने के कारण ईरान को अमेरिका के साथ वार्ता करने में कोई रुचि नहीं है। अरागची ने पत्रकारों से कहा कि यदि हमले बंद हो जाएं और हमलावर को उसके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए तो ईरान कूटनीतिक कदमों पर विचार करने के लिए तैयार है। वार्ता के लिए कोई अगली तारीख तय नहीं की गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संघर्ष में अमेरिकी सेना की सक्रिय भागीदारी पर विचार कर रहे हैं, जिसके बारे में अरागची ने शनिवार को कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा। इस्तांबुल में इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक से इतर अरागची ने कहा, मुझे लगता है कि यह सभी के लिए बहुत खतरनाक होगा।
इजराइल ने 13 जून को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों, शीर्ष जनरलों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर हमले किए थे, जिसके जवाब में ईरान की ओर से हवाई हमले किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया। वाशिंगटन में स्थित ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, ईरान में 285 आम नागरिकों समेत कम से कम 722 लोग मारे गए हैं और 2,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजराइली सेना के अनुमान के अनुसार, ईरान ने इजराइल पर 450 मिसाइलें और 1,000 से अधिक ड्रोन दागकर जवाबी कार्रवाई की है।
सेना के अनुसार, अधिकतर मिसाइलों और ड्रोन को इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया है, हालांकि इन हमलों में इजराइल में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।
क्या बोले बेंजामिन नेतन्याहू
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक उनका देश चाहेगा तब तक ईरान में इजराइल का सैन्य अभियान चलेगा, जिसका मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइलों को खत्म करना है। हालांकि, नेतान्याहू अमेरिका की मदद के बिना यह लक्ष्य हासिल नहीं कर सकते। माना जा रहा है कि ईरान की फोरदो यूरेनियम संवर्धन सुविधा बंकरों को तबाह करने वाले अमेरिका के बमों से अभी बची हुई है। ट्रंप ने कहा है कि वह ईरान के खिलाफ इजराइल के अभियान में अमेरिका के शामिल होने को लेकर दो सप्ताह में फैसला लेंगे।
इजराइल ने कहा कि कुद्स फोर्स के लिए फलस्तीन कोर के कमांडर सईद इज़ादी की कोम शहर के एक अपार्टमेंट में हत्या कर दी गई है। कुद्स फोर्स रिवॉल्यूशनरी गार्ड की एक विशिष्ट शाखा है जो ईरान के बाहर सैन्य व खुफिया अभियान चलाती है। इजराइल ने यह भी कहा कि उसने कुद्स फोर्स की हथियार हस्तांतरण इकाई के कमांडर को भी मार दिया है, जो हिज्बुल्ला और हमास को हथियार मुहैया कराने के लिए जिम्मेदार था। सेना ने कहा कि बेहनाम शाहरियारी की मौत पश्चिमी ईरान में यात्रा करते समय कार में हुई।
जर्मनी साइकल चालक गिरफ्तार
पत्रकारों को जानकारी देने वाले इजराइली अधिकारी ने बताया कि ईरान के ड्रोन बल के कमांडर की भी शुक्रवार रात मौत हो गई। वहीं, ईरान ने जासूसी के आरोप में जर्मनी के एक साइकिल चालक को हिरासत में लेने की बात शनिवार को पहली बार स्वीकार की। संभवतः यह तेहरान द्वारा इजराइल के साथ युद्ध के दौरान जर्मनी पर दबाव बनाने का प्रयास है।
अर्ध-सरकारी मेहर समाचार एजेंसी ने अनाम व्यक्ति की गिरफ्तारी का वीडियो फुटेज जारी किया। एजेंसी ने हालांकि यह नहीं बताया कि गिरफ्तारी कब हुई, लेकिन साइकिल चालक को मरकजी प्रांत से हिरासत में लेने की बात स्वीकार की गई। जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए की खबर के मुताबिक, गिरफ्तारी पिछले वर्ष हुई थी। हालांकि, जर्मनी के विदेश मंत्री ने शनिवार को इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मरकजी प्रांत में ही ईरान का अराक भारी जल रिएक्टर है।
हसन नसरल्लाह के बॉडीगार्ड की मौत
ईरान पर हुए हवाई हमले में हिजबुल्ला के दिवंगत नेता हसन नसरल्लाह की सुरक्षा के प्रमुख रहे अबू अली खलील भी मारे गए। हिजबुल्ला के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अबू अली खलील, जिसे अबू अली जवाद के नाम से जाना जाता है, की हत्या पड़ोसी इराक से ईरान जाने के बाद की गई।
Iranian sources and sources affiliated with the Shiite axis claim:
The famous Abu Ali Khalil, known as "the protector of al-Sayyid" - who was Hassan Nasrallah's close bodyguard and responsible for Nasrallah's tomb complex, was killed along with his son (Abu Ali's son) in an… pic.twitter.com/qW3qYglOQr
कई सालों तक अबू अली को नसरल्लाह के अधिकतर सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनके पीछे देखा जाता था। सितंबर में बेरूत के एक उपनगर में इजराइली हवाई हमले में नसरल्लाह के मारे जाने के बाद, उनके अंगरक्षक को बेरूत में उनकी कब्र की देखभाल का जिम्मा सौंपा गया। हिजबुल्ला के अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि अबू अली की मौत शनिवार सुबह हुई।
रेडिएशन का खतरा
ईरान में परमाणु स्थलों पर इजरायली हमलों से परमाणु सुरक्षा में भारी गिरावट आई है, हालांकि अभी तक कोई रेडियोधर्मी उत्सर्जन नहीं हुआ है, लेकिन ऐसा होने का खतरा है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने शनिवार को यह चेतावनी दी। ग्रॉसी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि परमाणु सुविधाएं एवं सामग्री युद्ध की चपेट में नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आईएईए इजरायल द्वारा हमले शुरू करने के बाद से ईरान के परमाणु स्थलों की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma