पाकिस्तान की व्यावसायिक राजधानी कराची में जातीय हिंसा के नए दौर में 14 लोग मारे गए हैं। सशस्त्र बंदूकधारियों ने पश्तूनों के मजबूत गढ़ वाले इलाके में एक व्यस्त पुल को निशाना बनाया, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
शहर के विभिन्न हिस्सों में निशाना बना कर की गई हत्याओं के बाद एमक्यूएम ने आज शोक दिवस मनाया। उम्मीद के अनुरूप शोक दिवस के कारण सभी दुकानें, पेट्रोल पंप, शैक्षणिक संस्थान, बैंक आदि बंद रहे। भारी पुलिस बलों और रेंजरों ने शहर में गश्त की।
ताजा हिंसा देर रात हुई जब सशस्त्र बंदूकधारियों ने बनारस में एक व्यस्त यात्री पुल पर गोलीबारी की। इस इलाके को पश्तूनों का मजबूत गढ़ माना जाता है। गोलीबारी में छह बाइकसवार घायल हो गए, जिनमें से चार की बाद में मौत हो गई जिसमें एक पिता-पुत्र भी शामिल हैं। शहर में कल रात से अन्य हिंसक वारदातों में दस लोग मारे गए थे।
रेंजरों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में छापे मारे। इनमें पश्तून भाषी लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले एमक्यूएम और के वर्चस्व वाले इलाके भी शामिल हैं। (भाषा)