खुली और ईमानदार लड़ाई में मेरी जीत- व्लादिमीर पुतिन
सोमवार, 5 मार्च 2012 (20:56 IST)
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रूस के लोकप्रिय नेता ब्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत का दावा किया है, हालांकि विपक्षी चुनाव परिणाम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। दो बार राष्ट्रपति रह चुके पुतिन ने कहा मैंने आपसे वादा किया था कि हम जीतेंगे और अब हम जीत गए हैं। रूस की बढ़े शान। जीत का ऐलान करते वक्त रूस का यह कद्दावर नेता काफी भावुक हो गया और उसकी आंखे भर आईं।
उन्होंने कहा, ‘हमें एक खुले और निष्पक्ष लड़ाई में जीत मिली है। हमने साबित किया है कि कोई हम पर दबाव नहीं बना सकता।’ रूस के केंद्रीय निर्वाचन आयोग के मुताबिक 59 साल के पुतिन को कल हुए चुनाव में लगभग 64 फीसदी मत हासिल हुए हैं।
निर्वाचन आयोग के प्रमुख व्लादिमीर चुरोव ने कहा, ‘शुरुआती नतीजों से ही पता चल गया कि व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति चुने गए हैं।’’ पुतिन के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी गेनेडी जिउगानोव काफी पीछे रह गए हैं। उन्हें सिर्फ 17.17 फीसदी मत मिले हैं। पुतिन ने क्रेमलिन के बाहर खड़े हजारों लोगों को संबोधित करते हुए अपनी जीत का एलान किया।
पुतिन के विरोधियों ने शिकायत की है कि चुनावों में धांधली हुई है और उन्होंने नतीजों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। ‘ऑर्गनाइजेशन फॉर सेक्योरिटी एंड को-ऑपरेशन इन यूरोप’ (ओएससीई) के पर्यवेक्षकों ने भी रूस के विपक्ष के आरोप को समर्थन देते हुए कहा है कि चुनाव प्रचार का पूरा अभियान पुतिन के पक्ष में चलाया गया।
बड़ी जीत मिलने के साथ ही पुतिन मौजूदा राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के साथ समर्थकों के सामने आए और आभार जताया। देश के कोने-कोने से उनके समर्थक मास्को में क्रेमलिन के बाहर एकत्र हुए थे।
विपक्षी उम्मीदवार जिउगानोव ने कहा, ‘मैं इस चुनाव को निष्पक्ष और सही नहीं मान सकता। मुझे किसी को बधाई देने का कोई कारण नजर नहीं आता।’’ उद्योगपति एवं राजनीज्ञि मिखाइल प्रोखोरोव को महज 7.82 फीसदी मत मिले हैं। एक अन्य उम्मीदवार व्लादिमीर झिरिनोवस्की को 6.23 फीसदी मत हासिल हुए हैं।
केजीबी के पूर्व जासूस रहे पुतिन तीसरी बार देश के राष्ट्रपति बनेंगे। दूसरी बार राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने अपने करीबी सहायक दमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति की कुर्सी सौंपते हुए खुद उनकी जगह चार साल के लिए प्रधानमंत्री बने थे।
पुतिन इससे पहले 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति रहे, लेकिन संवैधानिक प्रावधानों के कारण लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से वंचित हो गए। उनके समक्ष चार उम्मीदवार हैं जिनमें से तीन को वह पूर्व के चुनाव में हरा चुके हैं।
चीन ने भारी जीत पर पुतिन को बधाई दी है। राष्ट्रपति हू जिंताओ ने पुतिन को बधाई संदेश भेजा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियू वेमिन ने कहा, ‘चीन रूस का जनता की पसंद का सम्मान करता है। हम रूस की ओर से अपनी घरेलू स्थिति के मुताबिक विकास का रास्ता अपनाने को समर्थन देते हैं।’ (भाषा)