मध्य चिली में 7.1 वेग का भूकंप आने के बाद सुनामी के डर से तटीय इलाकों को खाली करने का आदेश जारी किया गया है, जिससे दो साल पहले भारी भूकंप से तबाह हुए इलाकों के लोगों में दहशत का माहौल है।
कल के भूकंप के बाद चिली में अधिकारियों ने बताया कि तत्काल किसी के मरने या किसी तरह के भारी नुकसान की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने चिली के मध्य तटीय इलाकों में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने का आदेश दिया है।
2010 में यह इलाका भूकंप से तबाह हो गया था। उस समय अधिकारियों ने नागरिकों को सुनामी से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को निर्देश देने में अनावश्यक रूप से अधिक समय लगा दिया था।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केन्द्र ने कहा, ‘घातक प्रशांत सुनामी की आशंका नहीं है।’ सरकारी प्रवक्ता आंद्रेस चाडविक ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा विभाग ने एहतियात के तौर पर इलाकों को खाली करने का आदेश जारी किया है।
उन्होंने कहा कि नौसेना की हायड्रोग्राफिक एंड ओशनोग्राफिक सर्विस ने समुद्र की स्थिति में किसी तरह की कोई हलचल या बदलाव महसूस नहीं किया, लेकिन एहतियात के तौर पर इलाके खाली करने का आदेश जारी किया गया है ताकि आपदा की स्थिति में अधिक नुकसान से बचा जा सके।
भूकंप से हुए नुकसान की पहली खबर में बताया गया है कि बायो बायो क्षेत्र में एक कार दुर्घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया। गृह मंत्री रोड्रिगो हिंजपीटर ने कहा, ‘फिलहाल किसी के मरने की खबर नहीं है। कुछ दीवारों के टुकड़े गिरने से कुछ लोग घायल हुए हैं।’
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के अनुसार भूकंप रात 10 बजकर 37 मिनट पर आया और इसका केन्द्र चिली के मौले क्षेत्र में तालका के 32 किलोमीटर उत्तरपश्चिम में था। यह वही स्थान है जहां 27 फरवरी 2010 को आये 8.8 तीव्रता के भूकंप में यहां 500 से अधिक लोग मारे गए थे और लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था। (भाषा)