चीन ने अलगाववादी संगठन ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामी मूवमेंट (ईटीआईएम) के छह भगोड़े सदस्यों की संपत्ति जब्त करने के साथ ही अपने साथी देश पाकिस्तान पर भी बिना नाम लिए अंगुली उठाई है। इस अलगावादी संगठन पर मुस्लिम बहुल प्रांत शिंजियांग प्रांत में आतंकवादी हमले के आरोप लगाए जाते हैं।
चीन की संवाद समिति शिन्हुआ ने उनका नाम का उल्लेख किए बिना बताया कि चीन की पुलिस ने छ: आतंकवादियों की सूची प्रकाशित की है और उनकी सम्पत्ति और राशि के इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया।
पाकिस्तान का नाम लिए बगैर चीन ने जन सुरक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन उईगर चरमपंथियों ने एक दक्षिण एशियाई देश में कुछ समय बिताया है और यह भी खबर है कि वहां इन लोगों को आतंकवादी हमले, आत्मघाती हमलों और चाकू से हमले करने का प्रशिक्षण भी मिला गया।
मंत्रालय ने कहा कि सभी चरमपंथी ईटीआईएम के सदस्य हैं। मंत्रालय ने विदेशी सरकारों से अनुरोध किया है कि वे उनकी गिरफ्तारी में मदद करके उन्हें चीन के हवाले करें। इन छह चरपंथियों की शिनाख्त नूरमेमेत मेमेतमीन, अब्दुल कयूम कुर्बान, पारूह तुरसुन, तुरसुनजान एबिबला, नूरमेमेत राक्सित और ममात इमीन के तौर पर हुई है।
चीन के जन सुरक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा मंत्रालय को उम्मीद है कि विदेश की सरकारें और उनकी एजेंसियां इन सभी लोगों को गिरफ्तार करेंगी और उन्हें चीन के अधिकारियों के हवाले कर देंगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह आतंकी संगठन चीन की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है। ईटीआईएम से लड़ना आतंकवाद के खिलाफ अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। (भाषा)