एयर इंडिया का लंदन जा रहा एक विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यहां एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी लोग संभवत: मारे गए हैं। अनौपचारिक रिपोर्टों में कहा गया है कि विमान में सवार लोगों के जीवित बचे होने की संभावना बहुत कम है और मेडिकल कॉलेज परिसर में भी करीब 25 लोगों की मौत हुई होगी।
भाजपा नेता सीआर पाटिल के अनुसार, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मृतकों में शामिल हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि विश्वाश कुमार रमेश नामक एक यात्री, जो बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई171) की 11ए सीट पर बैठा था, चमत्कारिक रूप से बच गया। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट, शहर के सिविल अस्पताल और बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई घंटों बाद भी मृतकों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है।
विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे। एयर इंडिया के मुताबिक विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक थे। अहमदाबाद में हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने बताया कि विमान के पायलट ने दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद 'मेडे' (आपातकालीन संदेश देने के लिए) कॉल किया, जो पूर्ण आपात स्थिति का संकेत था। विमान के ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर) की भी तलाश जारी है, ताकि यह पता चल सके कि अंतिम क्षणों में क्या हुआ था। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान को उड़ान भरने के तुरंत बाद एकदम तेजी से नीचे आया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दुर्घटनास्थल पर काले धुएं का गुबार उठता देखा गया। यह विमान 11 साल पुराना था। लंबी यात्रा के लिए ईंधन टंकी पूरी तरह से भरी रहने का उल्लेख करते हुए विमानन विशेषज्ञों ने बताया कि विमान नीचे गिरने से पहले सिर्फ 600 से 800 फुट की ऊंचाई पर गया था। उन्होंने कहा कि उपलब्ध वीडियो फुटेज के अनुसार, दोनों इंजन का पूरी क्षमता से काम न करना या पक्षी का टकराना दुर्घटना के संभावित कारणों में से एक हो सकता है।
टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में देखा जा सकता है कि विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद नीचे की ओर आया, जबकि उसका लैंडिंग गियर (पहिया) अब भी बाहर निकला हुआ था। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक बयान के अनुसार, विमान ने अहमदाबाद से अपराह्न 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी। इसने एटीसी (हवाई यातायात नियंत्रण) को मेडे (आपातकालीन संदेश देने के लिए) कॉल किया, लेकिन उसके बाद एटीसी द्वारा की गई कॉल का विमान से कोई जवाब नहीं मिला।
बचावकर्मियों ने मलबे में, जीवित बचे लोगों को खोजने और घायलों को बाहर निकालने के लिए काफी जद्दोजहद की, जिनमें से कई गंभीर रूप से झुलसे हुए थे। दुर्घटनास्थल के वीडियो में झुलसे हुए शवों को बाहर निकालते हुए तथा घायलों को, जिनमें से कई झुलसे हुए थे, नजदीक स्थित सिविल अस्पताल ले जाते देखा जा सकता है।
अहमदाबाद में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसमें लगी आग इतनी भीषण थी कि उसकी वजह से कई बहुमंजिला इमारतें बुरी तरह से प्रभावित हुईं, पेड़ झुलस गए और कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। एक वीडियो में विमान का पिछला हिस्सा इमारत की सबसे ऊपरी मंजिल से टकराता हुआ देखा जा सकता है, जो नर्सों और चिकित्सकों के छात्रावास का भोजन कक्ष प्रतीत हो रहा है। अहमदाबाद में हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया था जिसे शाम में बहाल कर दिया गया। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma