भारत और ब्राजील के बीच तीन समझौते

बुधवार, 16 जुलाई 2014 (23:14 IST)
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ब्राजीलिया (ब्राजील) भारत और ब्राजील ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देते हुए व्यापार और निवेश प्रवाह बढ़ाने का आज फैसला किया। दोनों देशों ने पर्यावरण क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने सहित तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए और रक्षा, साइबर सुरक्षा तथा गैर परंपरागत ऊर्जा क्षेत्र में आपसी सहयोग और बढ़ाने पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा रोसेफ के बीच यहां हुई मुलाकात में यह फैसला किया गया। मोदी के यहां पहुंचने पर उन्हें विशेष सम्मान देते हुए उनका भव्य स्वागत किया गया।

हालांकि प्रधानमंत्री की यह यात्रा द्विपक्षीय नहीं थी पर ब्राजील की राजधानी पहुंचने पर उनका राष्ट्रपति भवन में पूरे सैनिक सम्मान के साथ स्वागत किया गया। दोनों नेताओं की यहां नाश्ते पर बैठक हुई।

समूह 4 के नेताओं के तौर पर मोदी और रोसेफ ने सुरक्षा परिषद समेत संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की दिशा में तुरंत प्रगति का आह्वान किया। दोनों नेताओं का कहना था कि 2015 में संयुक्त राष्ट्र की 70वीं वर्षगांठ को देखते हुए इस दिशा में जल्द प्रगति होनी चाहिए।

समूह-4 के देशों में ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान शामिल हैं जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए एक-दूसरे की दावेदारी का समर्थन करते हैं। दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों और जी-20 सहित बहुपक्षीय संस्थानों में आपसी सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति जताई।

भारत और ब्राजील के बीच पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार 9.4 अरब डॉलर रहा। इसमें व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है। दोनों देशों का एक-दूसरे देश में निवेश भी होता रहा है। ब्राजील में भारतीय कंपनियों ने 2007 से लेकर 2013 तक कुल 10 करोड़ डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया था।

मोदी और रोसेफ की उपस्थिति में आज हुए तीन समझौतों में पर्यावरण, अंतरिक्ष और नागरिकों के आवागमन और महावाणिज्यदूत की सेवाओं से जुड़े मुद्दों पर परामर्श की व्यवस्था से संबंधित है। अंतरिक्ष क्षेत्र में किया गया समझौता भारतीय रिमोट सेंसिंग उपग्रह से आंकड़ों को प्राप्त करने और उन्हें प्रसंस्कृत करने के लिए ब्राजील में भू-केन्द्र को मजबूत बनाने में सहयोग के बारे में है।

मोदी ने इस दौरान रोसेफ और ब्राजील के लोगों को फुटबॉल विश्व कप और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के शानदार आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने ब्रिक्स नेताओं की दक्षिण अमेरिकी देशों के नेताओं के साथ ब्राजीलिया में मुलाकात की व्यवस्था करने के लिए भी उन्हें धन्यवाद दिया।

मोदी ने छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को ऐतिहासिक बताया। सम्मेलन में ब्रिक्स देशों का ‘नया विकास बैंक’ स्थापित करने और आपात आरक्षित कोष की व्यवस्था संबंधी दो अहम् समझौते हुए हैं।

प्रधानमंत्री ने ब्राजील को भारत का महत्वपूर्ण वैश्विक भागीदार बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच न केवल एक-दूसरे के सहयोग की व्यापक संभावना है बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दोनों मिलकर विकासशील देशों के हितों को बढ़ाने में एक-दूसरे का अच्छा सहयोग कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय ने बाद में एक वक्तवय में कहा कि दोनों नेता इस बात को लेकर सहमत हुए हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश प्रवाह बढ़ाया जाना चाहिए। कृषि, डेयरी विज्ञान, परंपरागत और गैर परंपरागत ऊर्जा, अंतरिक्ष अनुसंधान और रक्षा, साइबर सुरक्षा तथा पयार्वरण संरक्षण के क्षेत्र में सहयोग और गहरा किया जाना चाहिए। (भाषा)

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