सीरियाई सेना ध्वस्त होने के कगार पर

शनिवार, 10 मार्च 2012 (15:39 IST)
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सीरिया की सेना से अलग हुए देश के सबसे शीर्ष जनरल ने कहा है कि देश की शक्तिशाली सेना ध्वस्त होने के कगार पर है और राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता में दिन बचे खुचे रह गए हैं

तुर्की में शरण ले चुके जनरल मुस्तफा अल शेख ने साथ ही चेतावनी दी कि इससे पश्चिम एशिया में ‘परमाणु प्रतिक्रिया’ हो सकती है।

संडे टेलीग्राफ को दिए साक्षात्कार में शेख ने कहा कि स्थिति काफी खतरनाक है और पूरे क्षेत्र को परमाणु प्रतिक्रिया जैसी स्थिति का खतरा है। जनरल की सीरिया के हालात पर यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त आई है जब अमेरिकी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि ओबामा प्रशासन के सभी शीर्ष अधिकारी मान रहे हैं कि सीरियाई शासन का अंत नजदीक है।

राष्ट्रपति ओबामा ने सीरिया में रक्तपात को ‘अक्षम्य’ बताते हुए हाल में कहा था कि बिना बाह्य सैन्य हस्तक्षेप के असद सत्ता छोड़ देंगे, लेकिन यह नहीं बताया कि कब तक ऐसी संभावना है।

सीरिया में मौत का आंकड़ा बढ़ा : शांति मिशन पर अंतरराष्ट्रीय दूत कोफी अन्नान के सीरिया आगमन से पहले, सरकारी बलों के हमलों में यहां करीब 50 नागरिकों की मौत हो गई।

खबरों में कहा गया है कि इस सप्ताह कैबिनेट के एक उपमंत्री के इस्तीफे के बाद सेना से छह जनरलों और एक महिला लेफ्टिनेंट सहित दर्जन भर अधिकारियों ने स्वयं को अलग कर लिया और सीमा पार कर तुर्की जाने के लिए चले गए हैं।

असद से मुलाकात करेंगे अन्नान : सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र अरब लीग के विशेष दूत कोफी अन्नान के सीरियाई राष्ट्रपति अल असद से दमिश्क में मुलाकात करने की संभावना है। इस मुलाकात का उद्देश्य देश में हिंसा को तुरंत समाप्त करने के लिए दबाव बनाना है। इस हिंसा में गत एक वर्ष के दौरान हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।(भाषा)

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