उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मैंने कोई फैसला नहीं किया था। उन्हें बाहर रखने का फैसला मेरा नहीं था। उन्होंने खुद ही इस मैच में नहीं खेलने का फैसला किया था, जो सचमुच काफी साहसिक फैसला था, क्योंकि वह पिछले मैचों में कप्तान थे। उनके प्रति सम्मान सचमुच काफी बढ़ गया है।
उन्होंने कहा, यह देखना काफी अच्छा लगा, जब एक कप्तान अगर अच्छा नहीं खेल रहा था तो वह बाहर बैठने का फैसला करता है। केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने अपनी टीम के बारे में कहा कि यह निराशाजनक है कि उन्होंने खेल के सभी तीनों विभाग में काफी खराब प्रदर्शन किया। (भाषा)