अब उम्मीदें अय्यर पर टिकी थी, जिन्हें एक बार डीआरएस के सहारे जीवनदान मिला लेकिन वह राहुल तेवतिया (24) थे, जिन्होंने बरिंदर सरन पर 17वें ओवर में पहले छक्का और फिर चौका जड़कर दर्शकों में जान भरी लेकिन टाई ने अगले ओवर में उन्हें विकेट के पीछे कैच करा दिया। दिल्ली को आखिरी ओवर में 17 रन की दरकार थी। अय्यर ने मुजीब पर छक्का लगाया और फिर पांचवीं गेंद चार रन के लिए भेजी लेकिन आखिरी गेंद पर लांग ऑफ पर कैच दे बैठे।