घरेलू टीम पर दूसरी जीत की कोशिश करेगी चेन्नई, रसेल का खेलना संदिग्ध
शनिवार, 13 अप्रैल 2019 (17:28 IST)
कोलकाता। तालिका में शीर्ष पर चल रही चेन्नई सुपरकिंग्स रविवार को यहां होने वाले आईपीएल मैच में दिल्ली कैपिटल्स की तरह कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ दूसरी जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी। घरेलू टीम की लय अचानक लगातार दो हार से टूट गई, पहले उसे चेन्नई से और फिर बीती रात दिल्ली कैपिटल्स से पराजय का मुंह देखना पड़ा।
कोलकाता नाइटराइडर्स हालांकि मजबूत चेन्नई के खिलाफ इस मुकाबले में काफी दबाव में होगी। पिछली दो शिकस्त ने कोलकाता नाइटराइडर्स की आंद्रे रसेल पर अति निर्भरता उजागर कर दी जिन्होंने अभी तक बल्ले से जलवा बिखेरा है। लेकिन प्रतिद्वंद्वी टीमों को वेस्टइंडीज के इस धुरंधर को रोकने का तरीका मिल गया है जिससे वे केकेआर को कम स्कोर पर रोक सकते हैं।
घरेलू टीम की मुश्किल इस बात से भी बढ़ गई है कि कलाई की चोट बढ़ने के कारण जमैका के इस खिलाड़ी का खेलना संदिग्ध हो गया है जो उन्हें चेन्नई में लगी थी। दिल्ली के खिलाफ 21 गेंद में 45 रन की पारी के दौरान भी वे सहज नहीं दिखे थे। वे गेंदबाजी करते हुए अपने कोटे के चार ओवर भी नहीं कर सके थे और मैदान पर लड़खड़ाते दिखे थे। मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में भी वे नहीं दिखाई दिए।
केकेआर की चार जीत में से तीन मैचों में रसेल को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया था। कप्तान दिनेश कार्तिक ने उनकी उपलब्धता के बारे में कहा, उन्हें थोड़ी समस्या है। वे इसके बावजूद इस मैच में खेलने उतरे। वे एक विशेष क्रिकेटर हैं। हम एक दिन बाद फैसला करेंगे। रसेल ने इस सत्र में केकेआर के लिए लगातार छह पारियों में 40 से ज्यादा रन का स्कोर बनाया है और उनका नहीं खेलना टीम के लिए करारा झटका होगा।
हालांकि प्रतिभाशाली युवा शुभमान गिल अच्छी फार्म में दिख रहे हैं। दिल्ली के खिलाफ उन्हें पारी के आगाज के लिए भेजा गया जिसमें उन्होंने 39 गेंद में 65 रन की पारी खेली। लेकिन केकेआर के सभी बल्लेबाजों को अच्छा करने की जरूरत है विशेषकर कप्तान दिनेश कार्तिक को जो पिछले सत्र में उनके लिए सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी रहे थे। वे इस बार जूझ रहे हैं और उन्होंने 15.33 के औसत से 93 रन बनाए हैं।
ईडन गार्डंस की पिच स्पिनरों के लिए इतनी मददगार नहीं हो रही है, उनका स्पिन आक्रमण भी विकेट चटकाने में जूझ रहा है जबकि तेज गेंदबाजी में प्रसिद्ध कृष्ण और लोकी फर्गुसन भी सामान्य दिख रहे हैं। विश्व कप टीम में जगह बनाने पर निगाह लगाए कार्तिक भी व्यक्तिगत रूप से रन जुटाने के लिए काफी दबाव में होंगे। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई की टीम सात में से छह मैचों में विजय पताका लहरा चुकी है जिसमें लगातार तीन मैचों में जीत शामिल है।
लेकिन पिछले मैच में धोनी गलत कारणों से सुर्खियों में आ गए। ऐसा संभवत: पहली बार हुआ जब ‘कैप्टन कूल’ ने अपना आपा खोया और वे गुरुवार की रात राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अंपायर उल्हास गांधे के फैसले को चुनौती देने डगआउट से निकलकर मैदान पर आ गए।
हालांकि धोनी प्रतिबंध से बच गए और उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना ही लगाया गया। लेकिन पूर्व क्रिकेटरों ने इसके लिए भारत के दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान की काफी आलोचना की और कहा कि उन्होंने गलत मिसाल पेश की। लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम एक और शानदार प्रदर्शन से इस विवाद को पीछे छोड़ने की कोशिश करेगी।