शारजाह। अब तक 11 में से 8 मैच गंवाकर आईपीएल प्लेऑफ (Playoff) की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) से मिली 10 विकेट से करारी हार के बाद हताश हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल को ध्यान में रखते हुए बाकी 3 मैचों में युवाओं को परखा जाएगा।
आईपीएल में पहली बार किसी मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 10 विकेट से हारी है। इससे पहले 2008 में मुंबई इंडियंस ने ही चेन्नई को वानखेड़े स्टेडियम में 9 विकेट से हराया था। मैच के बाद धोनी ने कहा, इस तरह के प्रदर्शन से दु:ख होता है।
धोनी ने कहा, हमें देखना होगा कि गलती कहां हुई। यह हमारा साल नहीं था। आप भले ही आठ विकेट से हारें या दस विकेट से, वह मायने नहीं रखता, लेकिन देखना यह है कि हम टूर्नामेंट में इस समय कहां हैं और यही दु:खी करता है।
उन्होंने कहा, हमें दूसरे मैच से ही देखना था कि हम कहां गलत हैं। रायुडू चोटिल हो गए और बाकी बल्लेबाज अपना 200 फीसदी नहीं दे पाए। किस्मत ने भी हमारा साथ नहीं दिया। जिन मैचों में हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, वहां टॉस नहीं जीत सके। जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो ओस थी।
तीन बार की चैंपियन टीम के कप्तान ने कहा, खराब प्रदर्शन करने पर 100 बहाने दिए जा सकते हैं लेकिन सबसे अहम यह है कि हमें खुद से पूछना होगा कि क्या हम अपनी क्षमता के अनुरूप खेल सके। क्या हमने अब तक के अपने रिकॉर्ड के अनुसार खेला। नहीं। हमने कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए। धोनी ने कहा कि अगले साल के लिए तस्वीर का साफ होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा, अगले साल बहुत सारे अगर-मगर होंगे। आने वाले तीन मैचों में युवा खिलाड़ियों को परखा जाएगा। अगले साल को ध्यान में रखकर देखेंगे कि कौन डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी कर सकता है और कौन बल्लेबाजी का दबाव झेल सकता है। अगले तीन मैचों में नए चेहरों को आजमाया जाएगा।