पिछले हफ्ते रैना कोविड-19 के 13 मामले सामने आने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के दुबई में शिविर से लौट आए थे, जिसमें राष्ट्रीय टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी शामिल थे। उनके ‘बायो बबल’ के कथित उल्लंघन के संबंध में कुछ विवाद था लेकिन इस खिलाड़ी ने इससे साफ इंकार किया है।
श्रीनिवासन ने कहा, ‘मैं उसे बेटे की तरह ही समझता हूं। आईपीएल में टीम की सफलता का कारण यह है कि फ्रेंचाइजी ने कभी भी क्रिकेट मामलों में अपनी नाक नहीं घुसाई है। इंडिया सीमेंट्स 60 के दशक से क्रिकेट चला रहा है। मैं हमेशा ऐसा ही रहूंगा।’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें रैना के संयुक्त अरब अमीरात में वापसी और आईपीएल में खेलने की उम्मीद है? अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पूर्व प्रमुख ने कहा, ‘देखिए, कृपया समझिए, कि वह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है (कि रैना वापस लौटता है या नहीं)।’
उन्होंने कहा, ‘हम टीम के मालिक हैं, हम फ्रेंचाइजी के मालिक हैं लेकिन हम खिलाड़ियों के मालिक नहीं हैं। टीम हमारी है लेकिन खिलाड़ी नहीं। मैं खिलाड़ियों का मालिक नहीं हूं।’ श्रीनिवासन का कहना है कि रैना पर फैसला टीम प्रबंधन लेगा जिसका मतलब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केएस विश्वनाथन से है।
उन्होंने कहा, ‘मैं क्रिकेट कप्तान नहीं हूं। मैंने उन्हें (टीम प्रबंधन) कभी नहीं कहा कि किसे खिलाइए, किसे नीलामी में लीजिए, कभी नहीं। हमारे पास धोनी के रूप में सर्वकालिक महान कप्तान हैं, इसलिए मुझे क्रिकेट मामलों में हस्तक्षेप क्यों करना चाहिए?’